hi dosto , कैसे है आप लोग , आशा करता हूँ की आप लोग अच्छे होंगे आज मैं इस पोस्ट में जिस टॉपिक के बारे में अपने विचार रखने जा रहा हूँ वो कोई NORMAL TOPIC नहीं है ये सवाल लोग पहले भी करते थे आज भी करते है , क्युकी ये ऐसा सवाल है जो लोग अपने आप से करते क्युकी हमारे लाइफ में PROBLEM तो हमेशा आती है और ज्यादातर दिक्कते इसी से सम्बंधित होती हैं , तो मैंने जितने भी सवाल इससे उठते है उसके बारे में बात की है और जो इसका SOLUTION है जो सबसे बड़ा सवाल है की दिल और दिमाग में किसकी सुने इसके बारे में समझने और इसके बारे सही जवाब देने की कोशिश की है।
1 . दिल और दिमाग आख़िर है क्या ??
ये सबसे मुश्किल और सबसे आसान दोनों है मुश्किल इसलिए है क्युकी जो ये हक़ीक़त में है, उसे हमने अपने तरीके से बना के रखा है जो हमे अच्छा लगता हम वैसा ही उसे बोलते है और आसान इसीलिए है क्युकी हम सब को अपने आप में पता है की गलत क्या है और सही क्या है लेकिन उसे हम मानना नहीं चाहते क्युकी उससे हम comfortable नहीं रह पाएँगे और क्यों नहीं रह पाएंगे comfortable क्युकि ये सचाई और सचाई सभी को पता है लेकिन कोई मानना नहीं चाहता क्युकी सच तो कड़वा होता , बुरा लग जायेगा न क्या बोलते है feeling hurt वही हो जाता है।
( IN - REALITY )
अगर हक़ीक़त में देखा जाए तो दिल और दिमाग क्या है तो इसका Answer बहुत ही Easy है देखिये मैं कोई science का student नहीं जो ऐसी बाते बोल रहा हूँ इतना तो हर एक normal व्यक्ति को पता होता की दिल क्या है बस आपको इन दोनों के customer से बात करनी होगी अब customer का मतलब है की कौन किसे ज्यादा पसंद करता मान लीजिये आप एक lover से पूछेंगे तो उसे कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता है reality क्या है वो आपना खुद का example बना देगा की भाई दिल तो दो लोगो को एक करता है , दिल तो पागल है , दिल ही सबकुछ है और इसके ऊपर कई सारी फिल्मे भी बनी है लेकिन जो लोगो को पढ़ाई से मतलब होता जैसे की ज्यादातर students लेकिन आजकल तो ये भी प्यार में पागल हो रहे है लेकिन इसमें कोई बुराई नहीं है ये तो human nature की जो हमे अच्छे लगते है हमारे जैसा सोचते है हमे उनसे attachment होने लगती है लेकिन जो अपने करियर के ऊपर focus होते है वो अपना answer देंगे की दिल को सम्भाल के रखना चाहिए पढाई से प्यार करो , पढाई में दिल लगाओ ये सब बाते है लोग अपने आप मे मानते है लेकिन point के नज़रिये से देखा जाये तो दिल का काम क्या है तो simple language में अगर कहा जाये तो दिल यानी heart हमारे body का एक organ है जिसके मदद से हमारे body में blood circulation का process जारी रहता है ये है इसका real defination लेकिन ये तो study में हम पढ़ते है but जो हम आज के time में प्यार से जुड़े है वो भी दिल के कारण ही होता है , और जहाँ तक बात आती है दिमाग की हम जो कुछ भी सीखते है वो दिमाग के कारण के कारण ही होता है और ये समय के साथ साथ improve होता रहता है और अगर कभी मान ले हमसे कुछ गलती हो जाती है तो उसे भी हम अपने दिमाग के मदद से ही ठीक कर पाते है।
कुछ लोगो का मानना होता है की दिल की सुननी चाहिए क्युकी दिल आपको कभी selfish नहीं होने देती है आपको सबसे प्यार से रहने और प्यार बाटने की सलाह देती है वो कभी लालच की तरफ attract नहीं होती है।
जैसे कुछ दिल की सुनते है वैसे ही बहुत से लोग दिमाग की सुनते और ये भी सही है क्युकी दिमाग आपको गलत रास्ते पर लेजा सकता है पर ये कभी भी आपको दूसरे के लिए सोचने पे मजबूर नहीं करेगा ये आपको हमेशा आपके फायदे की बात बताएगा की आप selfish बनो और जो करना है अपने अच्छे future को बेहतर बनाने के लिए करो।
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